Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2024 · 1 min read

यूँ तो आप हमें

यूँ तो आप हमें
अपना सा कहते हैं
कहीं हम सिर्फ़ लफ़्ज़ों से ही
तो अपने नहीं !

दिल जो आपका
अपना हमें समझने लगे.
कभी दिल करे तो हक़ भी जता लेना
हम कोई ग़ैर नहीं!

@स्वरा कुमारी आर्या ✍️

Tag: Poem, Story
1 Like · 12 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दर्द आंखों से
दर्द आंखों से
Dr fauzia Naseem shad
कुछ अच्छा करने की चाहत है
कुछ अच्छा करने की चाहत है
विकास शुक्ल
काम पर जाती हुई स्त्रियाँ..
काम पर जाती हुई स्त्रियाँ..
Shweta Soni
ज़िंदगी की दौड़
ज़िंदगी की दौड़
Dr. Rajeev Jain
कुछ हम लड़के भी है  जो सिर्फ या तो मां के प्रेम के अधीर इतने
कुछ हम लड़के भी है जो सिर्फ या तो मां के प्रेम के अधीर इतने
पूर्वार्थ
कभी धूप तो कभी खुशियों की छांव होगी,
कभी धूप तो कभी खुशियों की छांव होगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ये
ये "परवाह" शब्द वो संजीवनी बूटी है
शेखर सिंह
प्रकाश परब
प्रकाश परब
Acharya Rama Nand Mandal
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
Keshav kishor Kumar
धूमिल होती यादों का, आज भी इक ठिकाना है।
धूमिल होती यादों का, आज भी इक ठिकाना है।
Manisha Manjari
चंदा मामा (बाल कविता)
चंदा मामा (बाल कविता)
Ravi Prakash
"बिन तेरे"
Dr. Kishan tandon kranti
बहुत नफा हुआ उसके जाने से मेरा।
बहुत नफा हुआ उसके जाने से मेरा।
शिव प्रताप लोधी
दिन आज आखिरी है, खत्म होते साल में
दिन आज आखिरी है, खत्म होते साल में
gurudeenverma198
अपनी नज़र में सही रहना है
अपनी नज़र में सही रहना है
Sonam Puneet Dubey
ख्वाबो में मेरे इस तरह आया न करो
ख्वाबो में मेरे इस तरह आया न करो
Ram Krishan Rastogi
#एक_तथ्य-
#एक_तथ्य-
*प्रणय प्रभात*
शिव शंभू भोला भंडारी !
शिव शंभू भोला भंडारी !
Bodhisatva kastooriya
किताब
किताब
Sûrëkhâ
वो तो है ही यहूद
वो तो है ही यहूद
shabina. Naaz
चुनाव
चुनाव
Neeraj Agarwal
मोदी को सुझाव
मोदी को सुझाव
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
अलसाई आँखे
अलसाई आँखे
A🇨🇭maanush
इस दुनिया के रंगमंच का परदा आखिर कब गिरेगा ,
इस दुनिया के रंगमंच का परदा आखिर कब गिरेगा ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
*इस बरस*
*इस बरस*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
1) आखिर क्यों ?
1) आखिर क्यों ?
पूनम झा 'प्रथमा'
कलेक्टर से भेंट
कलेक्टर से भेंट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
Phool gufran
* संस्कार *
* संस्कार *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2749. *पूर्णिका*
2749. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...