या खुदाया !! क्या मेरी आर्ज़ुएं ,
या खुदाया !! क्या मेरी आर्ज़ुएं ,
और क्या ही मेरे दम तोड़ते अरमान ।
और मेरी ख्वाहिशें भी क्या ?
सब के सब हो गए हैं ,
मेरी कमनसीबी पर कुर्बान ।
या खुदाया !! क्या मेरी आर्ज़ुएं ,
और क्या ही मेरे दम तोड़ते अरमान ।
और मेरी ख्वाहिशें भी क्या ?
सब के सब हो गए हैं ,
मेरी कमनसीबी पर कुर्बान ।