यार कइले हऽ बेवफाई हो
भोजपुरी गजल
हाल केकरा के हम बताईं हो।
यार कइले हऽ बेवफाई हो।
लोग मुठ्ठी में नून लिहले बा,
घाव केकरा के अब देखाईं हो।
प्यार हर हर्फऽ में समाइल बा,
हाय! कइसे हम खत जलाईं हो।
लोग सब पूछी के मजा लेलन,
दर्द जेकरे के हम बताईं हो।
लोर आई तऽ सब खबर होई,
राज केतनों भी अब छुपाईं हो।
बात दिल के बूझी दिवाना हीं ,
‘सूर्य’ दुनिया के का बुझाई हो।
(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
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