Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Aug 2021 · 1 min read

यार कइले हऽ बेवफाई हो

भोजपुरी गजल

हाल केकरा के हम बताईं हो।
यार कइले हऽ बेवफाई हो।

लोग मुठ्ठी में नून लिहले बा,
घाव केकरा के अब देखाईं हो।

प्यार हर हर्फऽ में समाइल बा,
हाय! कइसे हम खत जलाईं हो।

लोग सब पूछी के मजा लेलन,
दर्द जेकरे के हम बताईं हो।

लोर आई तऽ सब खबर होई,
राज केतनों भी अब छुपाईं हो।

बात दिल के बूझी दिवाना हीं ,
‘सूर्य’ दुनिया के का बुझाई हो।

(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
☎️7379598464

426 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
23/99.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/99.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
Suryakant Dwivedi
यहाँ किसे , किसका ,कितना भला चाहिए ?
यहाँ किसे , किसका ,कितना भला चाहिए ?
_सुलेखा.
श्रेष्ठ विचार और उत्तम संस्कार ही आदर्श जीवन की चाबी हैं।।
श्रेष्ठ विचार और उत्तम संस्कार ही आदर्श जीवन की चाबी हैं।।
Lokesh Sharma
कविता
कविता
Rambali Mishra
मैं प्रेम लिखूं जब कागज़ पर।
मैं प्रेम लिखूं जब कागज़ पर।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
इंसान की भूख कामनाएं बढ़ाती है।
इंसान की भूख कामनाएं बढ़ाती है।
Rj Anand Prajapati
ससुराल से जब बेटी हंसते हुए अपने घर आती है,
ससुराल से जब बेटी हंसते हुए अपने घर आती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अभी दिल भरा नही
अभी दिल भरा नही
Ram Krishan Rastogi
*जो भी अपनी खुशबू से इस, दुनिया को महकायेगा (हिंदी गजल)*
*जो भी अपनी खुशबू से इस, दुनिया को महकायेगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
गर्मी आई
गर्मी आई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
* बातें मन की *
* बातें मन की *
surenderpal vaidya
We become more honest and vocal when we are physically tired
We become more honest and vocal when we are physically tired
पूर्वार्थ
"गांव की मिट्टी और पगडंडी"
Ekta chitrangini
सच्चाई ~
सच्चाई ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
सरस्वती बंदना
सरस्वती बंदना
Basant Bhagawan Roy
चलो...
चलो...
Srishty Bansal
नाव मेरी
नाव मेरी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
समस्त देशवाशियो को बाबा गुरु घासीदास जी की जन्म जयंती की हार
समस्त देशवाशियो को बाबा गुरु घासीदास जी की जन्म जयंती की हार
Ranjeet kumar patre
नज़्म _ पिता आन है , शान है ।
नज़्म _ पिता आन है , शान है ।
Neelofar Khan
सारे रिश्तों से
सारे रिश्तों से
Dr fauzia Naseem shad
पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
Taj Mohammad
"तकरार"
Dr. Kishan tandon kranti
तुकबन्दी अब छोड़ो कविवर,
तुकबन्दी अब छोड़ो कविवर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तारीफ किसकी करूं किसको बुरा कह दूं
तारीफ किसकी करूं किसको बुरा कह दूं
कवि दीपक बवेजा
तन पर हल्की  सी धुल लग जाए,
तन पर हल्की सी धुल लग जाए,
Shutisha Rajput
#गौरवमयी_प्रसंग
#गौरवमयी_प्रसंग
*प्रणय प्रभात*
बेपर्दा लोगों में भी पर्दा होता है बिल्कुल वैसे ही, जैसे हया
बेपर्दा लोगों में भी पर्दा होता है बिल्कुल वैसे ही, जैसे हया
Sanjay ' शून्य'
गाँधी जी की लाठी
गाँधी जी की लाठी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
रात के सितारे
रात के सितारे
Neeraj Agarwal
Loading...