#याद_आवेला_तनिको_न_देश ( भोजपुरी लोकगीत)
#याद_आवेला_तनिको_न_देश ( भोजपुरी लोकगीत)
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गउवा नगरिया तू छोडि के गइलऽ,
जाई बसेलऽ विदेश, हो
याद आवेला तनिको न देश।-२
पीपरा के गछिया आ बरगद के छउवा,
याद करेला तोहे आपन ऊ गउवा।
जाई बिसरवल तू अपनन के नेहिया,
भेजलऽ ना कवनो सनेश हो
याद आवेला तनिको न देश।-२
जाई भुलइल तू गउवा के रसता,
काहे बिसराइ दिहलऽ बचपन के बसता।
काहे भुलइल तू खेतऽ खलिहनवा
अब नीक लागे विदेश हो,
याद आवेला तनिको न देश।-२
जाई भुलइल तू माई के कोरवा,
बाबूजी के अखियां से गीरल ऊ लोरवा।
जाई बिसराई दिहलऽ सबकर सनेहिया,
मनवा में उठल ना कलेश हो
याद आवेला तनिको न देश।-२
जाई भुलाल तू धान धनसरवा,
गऊवा जवरवा के बेर भिनसरवा
जाई के भुली गइलऽ आपन बिरनवा,
आजु तू भइलऽ धनेश हो।
याद आवेला तनिको न देश -२
✍️ संजीव शुक्ल ‘सचिन’