याद
कभी याद मेरी आये , अगर पलकें भीग जाए
गुजरे लम्हों को याद कर मुस्कुरा लेना
जिस शाम बन जाऊ तुम्हारे रोने की वजह
याद सहित मुझे किसी बंजर में दफना देना
अनंत
कभी याद मेरी आये , अगर पलकें भीग जाए
गुजरे लम्हों को याद कर मुस्कुरा लेना
जिस शाम बन जाऊ तुम्हारे रोने की वजह
याद सहित मुझे किसी बंजर में दफना देना
अनंत