याद करोगे एक रोज
करोगे याद एक रोज मेरे इंतजार की,
हम न होंगे और देखोगे राह हमारी।
नजर तरसेगी एक झलक पाने को,
दिल बेचैन होगा एक आवाज सुनने को।
हमारी याद होगी और तरसती नजर होगी,
दूर कहीं हम तड़प जाएँगे रूह बेचैन होगी।
चाहकर भी हम न मिलने आ पाएंगे,
कहीं भी होंगे सिर्फ तुझे ही चाहेंगे।।
नीति$