याद आती है तुम
सिगरेट के हर कस में रहती हो तुम
हर शाम में धुआं बनके याद आती हो तुम
पी के शराब भुलाने की कोशिश करता हूं
मगर और भी बहुत याद आती है तुम
सिगरेट के हर कस में रहती हो तुम
हर शाम में धुआं बनके याद आती हो तुम
पी के शराब भुलाने की कोशिश करता हूं
मगर और भी बहुत याद आती है तुम