यादें
तेरे लबों पर मेरी फिक्र तो हो
तेरे शहर के अखबार में
मेरा कोई जिक्र तो हो !
मैं जब लु सांस
तब तुम उसे थाम लेना
ना हो कोई जब तेरे आस-पास
तब तुम मेरा नाम लेना !
कहता था मैं तुझे रात की चांदनी
दिखे जब कोई तुझे टूटा तारा
अब भी मुझे तुम मांग लेना !
तेरे बिन सोया नहीं जाता
कंधे पर सर रखकर
अब किसी के रोया नहीं जाता !
तेरा था तेरा ही रहूंगा
तेरे बाद किसी का अब
होया नहीं जाता !!