Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Dec 2022 · 1 min read

यादें

तेरे लबों पर मेरी फिक्र तो हो
तेरे शहर के अखबार में
मेरा कोई जिक्र तो हो !

मैं जब लु सांस
तब तुम उसे थाम लेना
ना हो कोई जब तेरे आस-पास
तब तुम मेरा नाम लेना !

कहता था मैं तुझे रात की चांदनी
दिखे जब कोई तुझे टूटा तारा
अब भी मुझे तुम मांग लेना !

तेरे बिन सोया नहीं जाता
कंधे पर सर रखकर
अब किसी के रोया नहीं जाता !

तेरा था तेरा ही रहूंगा
तेरे बाद किसी का अब
होया नहीं जाता !!

Language: Hindi
254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बाल कविता: मोर
बाल कविता: मोर
Rajesh Kumar Arjun
सबला नारी
सबला नारी
आनन्द मिश्र
सीख का बीज
सीख का बीज
Sangeeta Beniwal
No amount of regret changes the past.
No amount of regret changes the past.
पूर्वार्थ
4253.💐 *पूर्णिका* 💐
4253.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*जातक या संसार मा*
*जातक या संसार मा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
स्वाभिमानी व्यक्ति हैं चलते हैं सीना ठोककर
स्वाभिमानी व्यक्ति हैं चलते हैं सीना ठोककर
Parvat Singh Rajput
बढ़ने वाला हर पत्ता आपको बताएगा
बढ़ने वाला हर पत्ता आपको बताएगा
शेखर सिंह
हमने देखा है हिमालय को टूटते
हमने देखा है हिमालय को टूटते
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
രാവിലെ മുതൽ
രാവിലെ മുതൽ
Otteri Selvakumar
अब शिक्षा का हो रहा,
अब शिक्षा का हो रहा,
sushil sarna
अंतिम सत्य
अंतिम सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
🙅पता चल गया?🙅
🙅पता चल गया?🙅
*प्रणय*
" संगति "
Dr. Kishan tandon kranti
मछली रानी
मछली रानी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
Sanjay ' शून्य'
Rainbow on my window!
Rainbow on my window!
Rachana
गुजर गया कोई
गुजर गया कोई
Surinder blackpen
तहरीर लिख दूँ।
तहरीर लिख दूँ।
Neelam Sharma
बेघर
बेघर
Rajeev Dutta
मन डूब गया
मन डूब गया
Kshma Urmila
Maine
Maine "Takdeer" ko,
SPK Sachin Lodhi
बिखरे सपने
बिखरे सपने
Kanchan Khanna
*चलते रहे जो थाम, मर्यादा-ध्वजा अविराम हैं (मुक्तक)*
*चलते रहे जो थाम, मर्यादा-ध्वजा अविराम हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
భారత దేశం మన పుణ్య ప్రదేశం..
భారత దేశం మన పుణ్య ప్రదేశం..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
Rekha khichi
विवाह
विवाह
Shashi Mahajan
अब ज्यादा तंग मत कर ।
अब ज्यादा तंग मत कर ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जागता हूँ क्यों ऐसे मैं रातभर
जागता हूँ क्यों ऐसे मैं रातभर
gurudeenverma198
नयी कोई बात कहनी है नया कोई रंग भरना है !
नयी कोई बात कहनी है नया कोई रंग भरना है !
DrLakshman Jha Parimal
Loading...