यात्रा
गुडीपाड़वा के शुभ अवसर पर सह-परिवार अपने माता से मिलना बहोत ही सुखद अनुभूति होती हैं । ऐसा अवसर बहुत कम आता है , जहाँ अपने सभी परिवार किसी एक धार्मिक स्थल पर अपने परिवार के सुख-शांति के लिऐ भगवान के शरण आये हैं । जहां सभी परिवार से मिलने से सभी आनंद एवं बहुत – बहुत दिनों के अंतराल से
एक दूसरे को देखकर हाल चाल जानकर सभी एक दुसरे को अवश्य अगले साल आने का वचन देते ।
माँ को कुछ नही चाहिए ,
माँ को सिर्फ आपके दो मिठे बोल एवं परिवार का अपनत्व । इसी से माँ
का अतंकरण सबको मंगलदायी शुुभकामनाऐ देती हैं ।
सच्चे मन से धार्मिक यात्रा भी सफल होती हैं ।
माता का आशीर्वाद भी
प्राप्त होता हैं । सभी अपने – अपने सुख-दुःख में उलझे हैं , लेकिन अपने परिवार के लिऐ समय को अपने अधिन करना हैं, दो पल मिलना है । यही आपकी सार्थक यात्रा हैं ।