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17 Aug 2024 · 1 min read

यह शोर, यह घनघोर नाद ना रुकेगा,

यह शोर, यह घनघोर नाद ना रुकेगा,
बरसों से बहुत चुप्पी इस देश में थी।
सब छोटी-बड़ी आवाज़ों को था दबाया जाता,
पर नहीं यह आवाज़ें अब से दबेंगी।।

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