यह रात का अंधेरा भी, हर एक के जीवन में अलग-अलग महत्व रखता ह
यह रात का अंधेरा भी, हर एक के जीवन में अलग-अलग महत्व रखता है।
किसी के जीवन में पूर्णिमा की चांदनी रात बनकर चमकता है,
तो किसी के जीवन में अमावस की अंधेरी रात बनाकर गहराता है।
पर हे मुसाफिर, तू तो है पथ का राही ।
और पहुंचना तो तुझे मुकाम पर हर हाल में होगा।।