Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2023 · 1 min read

यह जो मेरी वीरान सी आंखें है..

यह जो मेरी वीरान सी आंखें है..
इनके पीछे कई नदियां कैद में है,

अभी खुल के आया नहीं तेरे सामने
पीछे मेरे कई आज़ादियां कैद में है !

कवि दीपक सरल

2 Likes · 2 Comments · 349 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ देसी ग़ज़ल
■ देसी ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
जा रहे हो तुम अपने धाम गणपति
जा रहे हो तुम अपने धाम गणपति
विशाल शुक्ल
"न टूटो न रुठो"
Yogendra Chaturwedi
"ऐ जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
Sanjay ' शून्य'
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
Phool gufran
गुलों पर छा गई है फिर नई रंगत
गुलों पर छा गई है फिर नई रंगत "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"मनुज बलि नहीं होत है - होत समय बलवान ! भिल्लन लूटी गोपिका - वही अर्जुन वही बाण ! "
Atul "Krishn"
जग के का उद्धार होई
जग के का उद्धार होई
राधेश्याम "रागी"
2849.*पूर्णिका*
2849.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन की संगत में शामिल जब होती अभिलाषाओं की डोर
जीवन की संगत में शामिल जब होती अभिलाषाओं की डोर
©️ दामिनी नारायण सिंह
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
पंकज परिंदा
इंसान ऐसा ही होता है
इंसान ऐसा ही होता है
Mamta Singh Devaa
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
Taj Mohammad
चाँद से मुलाकात
चाँद से मुलाकात
Kanchan Khanna
उम्रभर
उम्रभर
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
खुद के हाथ में पत्थर,दिल शीशे की दीवार है।
खुद के हाथ में पत्थर,दिल शीशे की दीवार है।
Priya princess panwar
सकट चौथ की कथा
सकट चौथ की कथा
Ravi Prakash
🍇🍇तेरे मेरे सन्देश-1🍇🍇
🍇🍇तेरे मेरे सन्देश-1🍇🍇
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मित्र दिवस पर आपको, सादर मेरा प्रणाम 🙏
मित्र दिवस पर आपको, सादर मेरा प्रणाम 🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"दिल का हाल सुने दिल वाला"
Pushpraj Anant
फिर सुखद संसार होगा...
फिर सुखद संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ख़ुदा करे ये क़यामत के दिन भी बड़े देर से गुजारे जाएं,
ख़ुदा करे ये क़यामत के दिन भी बड़े देर से गुजारे जाएं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़मीर
ज़मीर
Shyam Sundar Subramanian
Who am I?
Who am I?
R. H. SRIDEVI
बुढ़ादेव तुम्हें नमो-नमो
बुढ़ादेव तुम्हें नमो-नमो
नेताम आर सी
प्रकृति को जो समझे अपना
प्रकृति को जो समझे अपना
Buddha Prakash
-आजकल मोहब्बत में गिरावट क्यों है ?-
-आजकल मोहब्बत में गिरावट क्यों है ?-
bharat gehlot
देख लेते
देख लेते
Dr fauzia Naseem shad
दिल के अरमान मायूस पड़े हैं
दिल के अरमान मायूस पड़े हैं
Harminder Kaur
Loading...