यह जिन्दगी
मै तो अल्हड़ हवा की
झोके की तरह
चलना चाहिए रही थी
पर यह जिन्दगी है
जो पग-पग पर ठेस लगाकर
मुझे सम्भल कर
चलने को कह रही है।
~अनामिका
मै तो अल्हड़ हवा की
झोके की तरह
चलना चाहिए रही थी
पर यह जिन्दगी है
जो पग-पग पर ठेस लगाकर
मुझे सम्भल कर
चलने को कह रही है।
~अनामिका