यह खत मोहब्बत के नाम
जा मेरे घर प्रेम से कहना प्रथम नमस्कार। उससे मेरी कहना कहना शुभ समाचार। तुम बिन बिन कटे ना रहना। देख देख तुम्हारी तस्वीर सदा रहे बेचैन बेचैन। सदा रहे बेचैन दिल का कैसे करूं बखान। प्रेम के बिना जीना हुआ बिहान । पहले बिरहा गीत सुनाना तुम। दिल का हाल बेहाल बताना तुम। तुम्हें भूलने की कोशिश करूं हजार। गैरों को देखकर उम्र प्यार। जीना मुश्किल एक पल कैसे बयां करूं खत में मिलना और बिछड़ना वाला कैसे बयां करूं खत में दो पल। फूलचंद रजक भोपाल शहर।