यही जीवन का सार है
काम किसी के आ जाओ ।
स्वयं को धन्य तुम पाओ ।
यही जीवन का सार है,
परहित में नाम कमाओ ।।
यह धन और दौलत ।
नाम और शोहरत ।
यही रह जाएगी ,
जान लो हकीकत ।।
क्या मिलेगा लड़कर ।
हालत होगी बदतर ।
इसीलिए जग कहता,
प्रेम से रहो मिलकर ।।
सबका करो सम्मान ।
चेहरे पर हो मुस्कान ।
यही जीवन का सार है,
सभ्यता की पहचान ।।
असफलता से न डरो ।
फिर से प्रयास करो ।
अंतिम नहीं हार है,
हर पल उत्साह भरो ।।
यही जीवन का सार ।
मानो न कभी हार ।
मुसीबतें टल जाएगी,
फिर आएगी बहार ।।
परखो अपनी संगत ।
वही दिखाती रंगत ।
जहाँ मन हो कुंठित,
जाओ नही उस पंगत ।।
जहाँ धर्म की हो बात ।
सत्य से हो मुलाकात ।
छोड़ो नही वह पल,
यही जीवन की सौगात ।।
— जेपीएल