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24 Jul 2020 · 1 min read

यहां मै नहीं…..!!!?

अमृत की तेज धार पर तैरता
अब मै चला,
विकारों को स्वीकार कर उनसे दूर
अब मै चला,
अशांत मनोवृत्ति को छोड़ कर दूर
अब मै चला,
परिस्कार वातावरण का निर्माण करने
अब मैं चला,2

Language: Hindi
4 Likes · 3 Comments · 218 Views
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