Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Aug 2024 · 1 min read

यदि कोई आपको हमेशा डांटता है,तो इसका स्पष्ट रूप से अर्थ यही

यदि कोई आपको हमेशा डांटता है,तो इसका स्पष्ट रूप से अर्थ यही है की आपकों वो पसंद नही करता आपकों देखने की इच्छा नही रखता आपसे ईर्ष्या करता हो ऐसी भावना से ग्रसित होकर ही वो आपकों डांटता है।

RJ Anand Prajapati

74 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुम मेरे हम बन गए, मैं तु्म्हारा तुम
तुम मेरे हम बन गए, मैं तु्म्हारा तुम
Anand Kumar
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
എന്റെ കണ്ണൻ
എന്റെ കണ്ണൻ
Heera S
लत
लत
Mangilal 713
प्रेम महज
प्रेम महज
हिमांशु Kulshrestha
* पत्ते झड़ते जा रहे *
* पत्ते झड़ते जा रहे *
surenderpal vaidya
भगवान
भगवान
Adha Deshwal
दोस्ती
दोस्ती
Dr.Pratibha Prakash
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
प्रदूषण
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
ମାଟିରେ କିଛି ନାହିଁ
Otteri Selvakumar
व्यंग्य क्षणिकाएं
व्यंग्य क्षणिकाएं
Suryakant Dwivedi
आदमी की आदमी से दोस्ती तब तक ही सलामत रहती है,
आदमी की आदमी से दोस्ती तब तक ही सलामत रहती है,
Ajit Kumar "Karn"
ऐ सूरज तू अपनी ताप को अब कम कर दे
ऐ सूरज तू अपनी ताप को अब कम कर दे
Keshav kishor Kumar
"झूठी है मुस्कान"
Pushpraj Anant
कुछ लोगों का प्यार जिस्म की जरुरत से कहीं ऊपर होता है...!!
कुछ लोगों का प्यार जिस्म की जरुरत से कहीं ऊपर होता है...!!
Ravi Betulwala
तुझे हमने अपनी वफ़ाओं की हद में रखा हैं,
तुझे हमने अपनी वफ़ाओं की हद में रखा हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जो थक बैठते नहीं है राहों में
जो थक बैठते नहीं है राहों में
REVATI RAMAN PANDEY
आँखे हैं दो लेकिन नज़र एक ही आता है
आँखे हैं दो लेकिन नज़र एक ही आता है
शेखर सिंह
"रहमत"
Dr. Kishan tandon kranti
चलो मान लिया तुम साथ इमरोज़ सा निभाओगे;
चलो मान लिया तुम साथ इमरोज़ सा निभाओगे;
ओसमणी साहू 'ओश'
चांद तो चांद ही
चांद तो चांद ही
shabina. Naaz
मेरे वतन मेरे चमन तुझपे हम कुर्बान है
मेरे वतन मेरे चमन तुझपे हम कुर्बान है
gurudeenverma198
कहो तो..........
कहो तो..........
Ghanshyam Poddar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
अंकुरित हुआ है जो पौधा वट वृक्ष बनेगा एकदिन वह,
अंकुरित हुआ है जो पौधा वट वृक्ष बनेगा एकदिन वह,
Anamika Tiwari 'annpurna '
भूल
भूल
Neeraj Agarwal
■दम हो तो...■
■दम हो तो...■
*प्रणय*
Loading...