मौसम
ये मौसम है त्योहारों का
आओ संग मिल मनाएं हम
रोशन सारा घर आंगन हो
घी के दीपक जलाएं हम
धनतेरस को लक्ष्मी जी की
कृपा सब पर बनी रहे
खुशियां बरसे हर घर आंगन
मुस्कान चेहरे पर खिली रहे
रोशन हो घर का कोना कोना
हर दिल में प्यार का दीप जले
नफरत घटे और प्यार बढ़े
खुशियां फिर से परवान चढ़े
धनतेरस से भाई दूज तक
पांच दिनों का ये त्योहार
दोस्त हो या दुश्मन कोई
गले मिलो सबसे इस बार
मिठाई खेल खिलोने उपहार
मनता दीपावली का त्योहार
मेवे हों या हो पकवान
थोड़ा सा खा लो न मेरे यार
वीर कुमार जैन ‘अकेला’
16 अक्टूबर 2021