मौलिक विचार
मौलिक विचार
“एक बाप चाहे कितना भी कमजोर क्यों न हों
अपने बच्चों का भार (जिम्मेदारी) तो उठा ही लेता है, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हो”
शायर:-“जैदि”
डॉ.एल.सी.जैदिया “जैदि”
मौलिक विचार
“एक बाप चाहे कितना भी कमजोर क्यों न हों
अपने बच्चों का भार (जिम्मेदारी) तो उठा ही लेता है, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हो”
शायर:-“जैदि”
डॉ.एल.सी.जैदिया “जैदि”