Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2024 · 1 min read

मौत से अपनी यारी तो,

मौत से अपनी यारी तो,
ज़िंदगी पे दुनिया वारी है,
उलझनों की डोर से बंधे,
बस निकलने की तैयारी है,

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

15 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
|| हवा चाल टेढ़ी चल रही है ||
|| हवा चाल टेढ़ी चल रही है ||
Dr Pranav Gautam
!! फूलों की व्यथा !!
!! फूलों की व्यथा !!
Chunnu Lal Gupta
सुकून
सुकून
अखिलेश 'अखिल'
दुनिया से सीखा
दुनिया से सीखा
Surinder blackpen
माँ कहती है खुश रहे तू हर पल
माँ कहती है खुश रहे तू हर पल
Harminder Kaur
हमें जीना सिखा रहे थे।
हमें जीना सिखा रहे थे।
Buddha Prakash
(18) छलों का पाठ्यक्रम इक नया चलाओ !
(18) छलों का पाठ्यक्रम इक नया चलाओ !
Kishore Nigam
मेरा प्रेम पत्र
मेरा प्रेम पत्र
डी. के. निवातिया
अनजान राहें अनजान पथिक
अनजान राहें अनजान पथिक
SATPAL CHAUHAN
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
Srishty Bansal
2677.*पूर्णिका*
2677.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*मेरे साथ तुम हो*
*मेरे साथ तुम हो*
Shashi kala vyas
एक दिन में तो कुछ नहीं होता
एक दिन में तो कुछ नहीं होता
shabina. Naaz
यही तो जिंदगी है
यही तो जिंदगी है
gurudeenverma198
ओ जोगी ध्यान से सुन अब तुझको मे बतलाता हूँ।
ओ जोगी ध्यान से सुन अब तुझको मे बतलाता हूँ।
Anil chobisa
*अब न वो दर्द ,न वो दिल ही ,न वो दीवाने रहे*
*अब न वो दर्द ,न वो दिल ही ,न वो दीवाने रहे*
sudhir kumar
■ जय हो...
■ जय हो...
*प्रणय प्रभात*
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
Paras Nath Jha
ग़ज़ल:- रोशनी देता है सूरज को शरारा करके...
ग़ज़ल:- रोशनी देता है सूरज को शरारा करके...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
पाती
पाती
डॉक्टर रागिनी
Hard work is most important in your dream way
Hard work is most important in your dream way
Neeleshkumar Gupt
लघुकथा - एक रुपया
लघुकथा - एक रुपया
अशोक कुमार ढोरिया
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
Ranjeet kumar patre
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
surenderpal vaidya
"जीवन की परिभाषा"
Dr. Kishan tandon kranti
किसी नदी के मुहाने पर
किसी नदी के मुहाने पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Dr fauzia Naseem shad
शाकाहारी बने
शाकाहारी बने
Sanjay ' शून्य'
उजले दिन के बाद काली रात आती है
उजले दिन के बाद काली रात आती है
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जो चाहने वाले होते हैं ना
जो चाहने वाले होते हैं ना
पूर्वार्थ
Loading...