Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2021 · 1 min read

“मौत निश्चित है”

हर कोई सफर में है यहाँ..
एक ऐसे सफर में जिसका अन्त निश्चित है
सबके पास एक लक्ष्य तो है मगर काल्पनिक हैं
सब बेखबर है अपनी वास्तविक मंजिल से
और चले जा रहे हैं एक अन्जान रास्ते पर
वो हासिल क्या करना चाहते हैं कोई नहीं जानता
सब ऐसे प्रतीत होते हैं मानो फसे हो किसी भ्रमजाल में
सब अनभिज्ञ है अगले ही पल के घटनाक्रम से
फिर भी अपनी अपनी परिकल्पनाओं के साथ
सब निरन्तर अग्रसर है अपने अपने सफर में
अनिश्चितता के इस सफर में सब कुछ अनिश्चित है
प्रारब्ध से लेकर अन्त तक के सभी घटनाक्रम अनिश्चित है
निश्चित है तो केवल अन्त निश्चित है….
अन्तिम सत्य निश्चित है मौत निश्चित है… मौत निश्चित है|

कुलदीप….. ✍

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 2 Comments · 274 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
__________सुविचार_____________
__________सुविचार_____________
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
क्रिसमस से नये साल तक धूम
क्रिसमस से नये साल तक धूम
Neeraj Agarwal
क्या है उसके संवादों का सार?
क्या है उसके संवादों का सार?
Manisha Manjari
कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है
कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*****आज़ादी*****
*****आज़ादी*****
Kavita Chouhan
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
हार्पिक से धुला हुआ कंबोड
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
आतंकवाद को जड़ से मिटा दो
आतंकवाद को जड़ से मिटा दो
gurudeenverma198
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
ଆମ ଘରର ଅଗଣା
ଆମ ଘରର ଅଗଣା
Bidyadhar Mantry
*ए फॉर एप्पल (लघुकथा)*
*ए फॉर एप्पल (लघुकथा)*
Ravi Prakash
2734. *पूर्णिका*
2734. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Ye din to beet jata hai tumhare bina,
Ye din to beet jata hai tumhare bina,
Sakshi Tripathi
अनुभव
अनुभव
डॉ०प्रदीप कुमार दीप
गुमनाम रहने दो मुझे।
गुमनाम रहने दो मुझे।
Satish Srijan
नेह धागों का त्योहार
नेह धागों का त्योहार
Seema gupta,Alwar
आप जरा सा समझिए साहब
आप जरा सा समझिए साहब
शेखर सिंह
लक्ष्य
लक्ष्य
Mukta Rashmi
*Eternal Puzzle*
*Eternal Puzzle*
Poonam Matia
समाजों से सियासत तक पहुंची
समाजों से सियासत तक पहुंची "नाता परम्परा।" आज इसके, कल उसके
*Author प्रणय प्रभात*
कल की फ़िक्र को
कल की फ़िक्र को
Dr fauzia Naseem shad
मेहनत और अभ्यास
मेहनत और अभ्यास
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
🎋🌧️सावन बिन सब सून ❤️‍🔥
🎋🌧️सावन बिन सब सून ❤️‍🔥
डॉ० रोहित कौशिक
ऐ मां वो गुज़रा जमाना याद आता है।
ऐ मां वो गुज़रा जमाना याद आता है।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
घर घर रंग बरसे
घर घर रंग बरसे
Rajesh Tiwari
कोई अपनों को उठाने में लगा है दिन रात
कोई अपनों को उठाने में लगा है दिन रात
Shivkumar Bilagrami
यह रंगीन मतलबी दुनियां
यह रंगीन मतलबी दुनियां
कार्तिक नितिन शर्मा
★फसल किसान की जान हिंदुस्तान की★
★फसल किसान की जान हिंदुस्तान की★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
तुम क्या हो .....
तुम क्या हो ....." एक राजा "
Rohit yadav
शिव छन्द
शिव छन्द
Neelam Sharma
Loading...