मोह क्रोध ओ वासना, लोभ, मद पाँच द्वेष l
मोह क्रोध ओ वासना, लोभ, मद पाँच द्वेष l
सहज जीवन करें गलत, रहे ना किसी भेष ll
जो द्वेष सहज है बसा, बस सहज त्याग त्याग l
वो बुरी करें है दशा, बच बचा भाग भाग ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न
मोह क्रोध ओ वासना, लोभ, मद पाँच द्वेष l
सहज जीवन करें गलत, रहे ना किसी भेष ll
जो द्वेष सहज है बसा, बस सहज त्याग त्याग l
वो बुरी करें है दशा, बच बचा भाग भाग ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न