मोहब्बत भी शुरू नही किए थे की ये रात बीत गई।
मोहब्बत भी शुरू नही किए थे की ये रात बीत गई।
ये चांद तू न छिपा कर जल्दी आसमान में।
मेरी जान बसती है अपने मोहब्बत के मुस्कान में।
RJ Anand Prajapati
मोहब्बत भी शुरू नही किए थे की ये रात बीत गई।
ये चांद तू न छिपा कर जल्दी आसमान में।
मेरी जान बसती है अपने मोहब्बत के मुस्कान में।
RJ Anand Prajapati