मोल नहीं होता है देखो, सुन्दर सपनों का कोई।
मोल नहीं होता है देखो, सुन्दर सपनों का कोई।
इनमें सुन्दर प्यारी अखियां, रहती है खोई खोई।
मौसम आते जाते रहते, सबका अपना अपना क्रम।
शबनम ओढ़े सुन्दर कलियां, रहती हैं सोई सोई।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य, २७/०९/२०२३