मोबाइल
मोबाइल में सब व्यस्त हैं,करे न कोई बात।
देख लेना एक दिन,सबको करेगा अघात।।
मोबाइल के कारण ही,मिलना जुलना हो गया बंद।
ऐसा अब ये लग रहा,दरवाजे हो गए सबके बंद।।
मोबाइल पर दे रहे,सभी जन्म दिन की बधाई।
कैसे खाए केक हम,कैसे खाए उसकी मिठाई।।
मोबाइल के कारण ही,होती नहीं अब लड़ाई।
मोबाइल में वे व्यस्त है,करते नहीं कोई पढ़ाई।।
मोबाइल का सब माने,इसका बड़ा उपकार।
बिना खर्चे किए ही,दे रहे है सबको उपहार।।
मोबाइल के कारण ही,कवि मंच हो गए बंद।
सारे कवि मचा रहे,मोबाइल पर ही वे द्वंद।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम