मोबाइल है हाथ में,
मोबाइल है हाथ में,
हुये नशे में चूर
संसार बना ग्लोब पर,
यार-पड़ोसी दूर
–महावीर उत्तरांचली
मोबाइल है हाथ में,
हुये नशे में चूर
संसार बना ग्लोब पर,
यार-पड़ोसी दूर
–महावीर उत्तरांचली