Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Dec 2017 · 1 min read

मोबाइल के फायदे,उतने ही नुकसान.

रही नहीं अब चिट्ठियाँ, आशिक की पतवार !
मोबाइल ने हर लिया ,…..चिट्ठी का हर सार !!

इसके जितने फायदे,…उतने ही नुकसान !
करिए फोन प्रयोग पर,रखें बात यह ध्यान।।

मोबाइल ईमेल ने, ….ऐसा दिया बिगाड़ !
चिट्ठी लिखना यूं लगे, चढ़ना हमें पहाड़ !!

मोबाइल ईमेल में,…. कैसे रखें गुलाब !
कैसे हो दिल यार की, चिट्ठी को बेताब !!

मोबाइल ईमेल से, चल जाता है काम।
चिट्ठी मे फिर प्रेमिका, क्या भेजे पैगाम।।

नारी का कैसे कहूँ, ….होने लगा मजाक !
दे देते हैं फोन पर, उनको सहज तलाक !!

मोबाइल ईमेल ने,……ऐसा किया कमाल !
देखा था कब डाकिया,नही याद वो साल! !
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 1936 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मां जैसा ज्ञान देते
मां जैसा ज्ञान देते
Harminder Kaur
"चार पैरों वाला मेरा यार"
Lohit Tamta
आश भरी ऑखें
आश भरी ऑखें
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी की १३२ वीं जयंती
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी की १३२ वीं जयंती
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आज के युग में कल की बात
आज के युग में कल की बात
Rituraj shivem verma
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
होंठ को छू लेता है सबसे पहले कुल्हड़
होंठ को छू लेता है सबसे पहले कुल्हड़
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हरे! उन्मादिनी कोई हृदय में तान भर देना।
हरे! उन्मादिनी कोई हृदय में तान भर देना।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
अगर लोग आपको rude समझते हैं तो समझने दें
अगर लोग आपको rude समझते हैं तो समझने दें
ruby kumari
फितरत
फितरत
Srishty Bansal
Bundeli Doha pratiyogita 142
Bundeli Doha pratiyogita 142
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
एक एक ख्वाहिशें आँख से
एक एक ख्वाहिशें आँख से
Namrata Sona
होने को अब जीवन की है शाम।
होने को अब जीवन की है शाम।
Anil Mishra Prahari
शहीदों लाल सलाम
शहीदों लाल सलाम
नेताम आर सी
जिंदगी बस एक सोच है।
जिंदगी बस एक सोच है।
Neeraj Agarwal
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
धर्म और संस्कृति
धर्म और संस्कृति
Bodhisatva kastooriya
चंदा मामा ! अब तुम हमारे हुए ..
चंदा मामा ! अब तुम हमारे हुए ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
सनम
सनम
Sanjay ' शून्य'
💐प्रेम कौतुक-97💐
💐प्रेम कौतुक-97💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ह्रदय
ह्रदय
Monika Verma
खुले लोकतंत्र में पशु तंत्र ही सबसे बड़ा हथियार है
खुले लोकतंत्र में पशु तंत्र ही सबसे बड़ा हथियार है
प्रेमदास वसु सुरेखा
घर आना नॅंदलाल हमारे, ले फागुन पिचकारी (गीत)
घर आना नॅंदलाल हमारे, ले फागुन पिचकारी (गीत)
Ravi Prakash
नहीं तेरे साथ में कोई तो क्या हुआ
नहीं तेरे साथ में कोई तो क्या हुआ
gurudeenverma198
"जल"
Dr. Kishan tandon kranti
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
तुम लौट आओ ना
तुम लौट आओ ना
Anju ( Ojhal )
ले चल मुझे उस पार
ले चल मुझे उस पार
Satish Srijan
* लोकार्पण *
* लोकार्पण *
surenderpal vaidya
मैं बदलना अगर नहीं चाहूँ
मैं बदलना अगर नहीं चाहूँ
Dr fauzia Naseem shad
Loading...