Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2024 · 1 min read

मै ना सुनूंगी

“ना सुनूंगी ”

भोली सुरत लेके
तु मुझको क्यो बहकाता है।
आलाप ना कर, तेरी मैं ना सुनगी
बहाना लेके तु मीठे बोल से
क्यों समझाता है ।
आलाप ना कर, तेरी मैं ना सुनंगी
अकेला सुझे पाके तु
पास आकर बतियाता है।
मेरे बिगेर जी ना पायेगा तू.
क्यो जहर की पुडिया बतलाता है ।
आलाप ना करें ,मैं तेरी ना सुनेगी
आदत तेरी मै जानती हु
पागल तुझे मैं मानती हूँ
ख्यालों में तु खोया रहता है
सपनो चाहत में तू सोया रहता है।
आलाप ना कर, मैं तेरी ना सुनुगी
हवा में कोई बाते करना तुमसे सीखे
झुठे वादो में ललचाना कोई तुमसे सीखे
होशो हवास में तुम रहते नहीं.
शादी करने को तुम कहते नहीं
आलाप ना कर, मैं तेरी ना सुंनुगी
अब यह बता मेरे महबूब,
हवा से नाता रखेगा।
ख्योलो के वृक्ष पर रख शहतूत
दवा से नाता रखेगा
चुप कर मैं तेरी ना सुनुँगी
जिन्दगी तेरी दिवानी नही
बिन कमाई तेरी जवानी नही
रजनी को रजनी से हम बिस्तर होगा
बिन कमाई मेरी नजर में तेरा क्या स्तर होगा।
चुप कर मैं तेरी नां सुनुगी
मुझे अब यह बता ख्यालो के शहजादे
क्या तेरी आशिकी से मेरा पेट भरेगा
चुप कर मैं तेरी ना सुनुगी

अगर तेरे लगाव से
मैं अपनो से नाता तोड़ती हूँ
. तो तु मुझे अपनी मेहनत संग लगन रख
मेरी उम्मीद से जोड़ता है।
चुप कर मै तेरी ना सुनुगी

Language: Hindi
1 Like · 89 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खुशबू सी बिखरी हैं फ़िजा
खुशबू सी बिखरी हैं फ़िजा
Sunita
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे
आर.एस. 'प्रीतम'
To my dear Window!!
To my dear Window!!
Rachana
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
लक्ष्मी सिंह
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
ruby kumari
"दरअसल"
Dr. Kishan tandon kranti
घनाक्षरी
घनाक्षरी
surenderpal vaidya
हर रात रंगीन बसर करने का शौक़ है उसे,
हर रात रंगीन बसर करने का शौक़ है उसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
4681.*पूर्णिका*
4681.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#रामपुर_के_इतिहास_का_स्वर्णिम_पृष्ठ :
#रामपुर_के_इतिहास_का_स्वर्णिम_पृष्ठ :
Ravi Prakash
रोशनी से तेरी वहां चांद  रूठा बैठा है
रोशनी से तेरी वहां चांद रूठा बैठा है
Virendra kumar
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
" प्रिये की प्रतीक्षा "
DrLakshman Jha Parimal
कर लो कर्म अभी
कर लो कर्म अभी
Sonam Puneet Dubey
सिर्फ कह के नही कर के दिखाना है मुझको
सिर्फ कह के नही कर के दिखाना है मुझको
Harinarayan Tanha
🙅allert🙅
🙅allert🙅
*प्रणय*
Life
Life
Neelam Sharma
तन की चाहत से ऊपर उठ कर
तन की चाहत से ऊपर उठ कर
Chitra Bisht
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
पसंद तो आ गई तस्वीर, यह आपकी हमको
gurudeenverma198
रंजीत कुमार शुक्ला - हाजीपुर
रंजीत कुमार शुक्ला - हाजीपुर
हाजीपुर
सुंदर सुंदर कह रहे, सभी यहां पर लोग
सुंदर सुंदर कह रहे, सभी यहां पर लोग
Suryakant Dwivedi
रावण का परामर्श
रावण का परामर्श
Dr. Harvinder Singh Bakshi
बेफिक्री
बेफिक्री
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Innocent love
Innocent love
Shyam Sundar Subramanian
सितारा कोई
सितारा कोई
shahab uddin shah kannauji
Empty love
Empty love
Otteri Selvakumar
अहसास
अहसास
Sangeeta Beniwal
करे कोशिश अगर इंसान तो क्या-क्या नहीं मिलता
करे कोशिश अगर इंसान तो क्या-क्या नहीं मिलता
पूर्वार्थ
चाय की चमक, मिठास से भरी,
चाय की चमक, मिठास से भरी,
Kanchan Alok Malu
Loading...