मै काम की तलाश में — घनाक्षरी
मै काम की तलाश में,मिलेगा इस आस में।
पास गया सबके तो,मुझे ठुकराया है।।
डिग्री पाई पढ़ पढ़,लेके घूमा दर दर।
चले कैसे मेरा घर,समझ ना आया है।।
कोई तो बुला ले मुझे,काम तो दिला दे मुझे।
सदमार्ग ही तो मैंने,यारो अपनाया है।।
पीढ़ा मेरी मैं ही जानू,अपना मै किसे मानू।
तुझपे ही प्रभु अब, भरोसा जताया है।।
राजेश व्यास अनुनय