मै इश्क़ विरोधी हूँ….
हम तो उस महफ़िल में ही मर गए थे जहाँ आवाज़ उठाई थी,
मेरी उठाई हर एक आवाज को गलत बताई थी,
मै इश्क़ करता हूँ यह बात हर बार गिनाई थी,
फिर मै इश्क विरोधी हूँ यह बार हर घर चलाई थी।
–सीरवी प्रकाश पंवार
हम तो उस महफ़िल में ही मर गए थे जहाँ आवाज़ उठाई थी,
मेरी उठाई हर एक आवाज को गलत बताई थी,
मै इश्क़ करता हूँ यह बात हर बार गिनाई थी,
फिर मै इश्क विरोधी हूँ यह बार हर घर चलाई थी।
–सीरवी प्रकाश पंवार