मैदान-ए-जंग में तेज तलवार है मुसलमान,
मैदान-ए-जंग में तेज तलवार है मुसलमान,
दुश्मन के लिए तूफान है मुसलमान।
शेर की दहाड़ है मुसलमान की आवाज,
हर दर्द-ओ-ग़म के बावजूद, वो हैं अबाद।
साहिल अहमद
मैदान-ए-जंग में तेज तलवार है मुसलमान,
दुश्मन के लिए तूफान है मुसलमान।
शेर की दहाड़ है मुसलमान की आवाज,
हर दर्द-ओ-ग़म के बावजूद, वो हैं अबाद।
साहिल अहमद