Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2024 · 1 min read

मैं हिंदी में इस लिए बात करता हूं क्योंकि मेरी भाषा ही मेरे

मैं हिंदी में इस लिए बात करता हूं क्योंकि मेरी भाषा ही मेरे देश और स्थान की पहचान है वैसे तो मैं अंग्रेजी,फ्रेंच और जर्मन भी बोल सकता हूं लेकिन इससे लोगो के अंदर भ्रम बना रहेगा कि मैं किस देश का मूलनिवासी हूं।
RJ Anand Prajapati

222 Views

You may also like these posts

यक्षिणी-12
यक्षिणी-12
Dr MusafiR BaithA
Beautiful & Bountiful
Beautiful & Bountiful
Shyam Sundar Subramanian
जीवन जितना
जीवन जितना
Dr fauzia Naseem shad
पिता
पिता
विजय कुमार अग्रवाल
*जलयान (बाल कविता)*
*जलयान (बाल कविता)*
Ravi Prakash
#माँ, मेरी माँ
#माँ, मेरी माँ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
चेहरे ही चेहरे
चेहरे ही चेहरे
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
23/131.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/131.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझे याद रहता है हर वो शब्द,जो मैंने कभी तुम्हारें लिए रचा,
मुझे याद रहता है हर वो शब्द,जो मैंने कभी तुम्हारें लिए रचा,
पूर्वार्थ
तहरे प सब कुरबान करऽतानी
तहरे प सब कुरबान करऽतानी
आकाश महेशपुरी
" काश "
Dr. Kishan tandon kranti
कहाँ लिखूँ कैसे लिखूँ ,
कहाँ लिखूँ कैसे लिखूँ ,
sushil sarna
मुक्तक
मुक्तक
पंकज परिंदा
अनकहा
अनकहा
Madhu Shah
पहली दफ़ा कुछ अशुद्धियाॅं रह सकती है।
पहली दफ़ा कुछ अशुद्धियाॅं रह सकती है।
Ajit Kumar "Karn"
*******मिल जाएगी मंज़िल राही*******
*******मिल जाएगी मंज़िल राही*******
Dr. Vaishali Verma
ये चुनाव का माहौल है
ये चुनाव का माहौल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
शक्ति स्वरूपा कन्या
शक्ति स्वरूपा कन्या
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बहुत प्यारी है प्रकृति
बहुत प्यारी है प्रकृति
जगदीश लववंशी
चाँद
चाँद
ओंकार मिश्र
क्या करोगे..
क्या करोगे..
हिमांशु Kulshrestha
मोबाइल
मोबाइल
Shama Parveen
पिता
पिता
Ashwini sharma
Real smile.
Real smile.
Priya princess panwar
"दोषी है कौन"?
Jyoti Pathak
श्रेष्ठ भावना
श्रेष्ठ भावना
Raju Gajbhiye
बस इतना-सा प्रेममय, हो जाना घनश्याम।
बस इतना-सा प्रेममय, हो जाना घनश्याम।
लक्ष्मी सिंह
बेइंतहा सब्र बक्शा है
बेइंतहा सब्र बक्शा है
Dheerja Sharma
किसी भी स्त्री का उत्पीड़न न करें क्योंकि प्रत्येक स्त्री एक
किसी भी स्त्री का उत्पीड़न न करें क्योंकि प्रत्येक स्त्री एक
गुमनाम 'बाबा'
Loading...