मैं शेरे हिंद का सैनिक हूॅं देखूं किस में कुव्वत है।
#क
मुक्तक
1222…….1222……..1222……..1222
मैं शेरे हिंद का सैनिक हूॅं देखूं किस में कुव्वत है।
पहाड़ों को भी चकनाचूर कर दूं इतनी ताकत है।
समंदर सोख लेंगे हम, जमीं वीरान कर देंगे,
सितारे चाॅंद धरती पर बिछा दूं इतनी अजमत है।
……..✍️ सत्य कुमार प्रेमी