मैं यमराज का गुरू हो गया
हास्य व्यंग्य
मैं यमराज का गुरू हो गया
************************
आजकल यमलोक का माहौल खराब करने का
बड़े सलीके से प्रयास हो रहा है
हत्यारे, अपराधी, माफिया, आतंकवादी
कुकर्मी आत्माओं के मध्य बड़ा याराना बढ़ रहा है।
अपने अपने क्षेत्रों के माहिर सूरमा
गलबहियां कर रहे हैं,
आपसी गिले शिकवे दूर करने के साथ
अपने अपने दर्द का खूब रोना रो रहे हैं,
एकजुट होने की अपील कर रहे हैं
यमलोक में अशांति फैलाने की साज़िश कर रहे हैं,
यमलोक की व्यवस्था को झकझोरने का षड्यंत्र रच रहे हैं,
खून, हत्या, अपहरण, माफियाराज की नई नई तरकीब बना रहे हैं
आर्थिक अपराध और हवाला का सूत्र तलाश रहे हैं
आतंकवाद और धार्मिक उन्माद फैलाने का पुख्ता इंतजाम कर रहे हैं।
ये सब यूं ही हवा हवाई नहीं है जनाब
यमराज की मोदी योगी को मिली चिट्ठी से
तो यही संकेत साफ मिल रहे हैं
सलाहकारों की फौज की डिमांड अब यमराज भी कर रहे हैं
यमलोक में भी सीबीआई, ईडी, एसटीएफ का
पूल बनाने पर आजकल मैराथन बैठक हो रहे हैं
पर अफसोस किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं।
थकहार कर कल रात यमराज
छुपते छुपाते मेरे पास आया
सहायता की करुण गुहार
रोते रोते लगाकर मुझसे कहने लगा
हे प्रभु! मे मेरी समस्या का समाधान कराइए
विभिन्न क्षेत्रों के दस पांच विशेषज्ञ सलाहकार
मोदी योगी से दिलवाइये,
या किसी चाणक्य को हमारी सहायता के लिए
यमलोक से संबद्घ कराइए
यमलोक की व्यवस्था बनाए रखने के लिए
कुछ जुगाड़ लगाइये ता इंतजाम कराइए
एक दो एनकाउंटर विशेषज्ञ भी दिलवाइए
यमलोक के लिए
विशेष विशेषज्ञ जज की नियुक्ति
न्यायालय और जेल की स्थापना का भी इंतजाम कराइए।
ऐसा न हो कि वहां भी लोकतंत्र की मांग होने लगे
चुनावी खेल वहां भी होने लगे,
यमलोक में भी धरती लोक सा खेल होने लगे।
यमराज की करुण गुहार सुन मैं भी कांप गया
आने वाले खतरे को गहराई से भांप गया
यमराज को मैंने आश्वस्त किया
चुपचाप जाकर मौन रहने का सुझाव दिया
यमलोक की व्यवस्था नहीं बिगड़ने पायेगी
यमराज को आश्वस्त भी किया।
अपने जुगाड़ पर मुझे इतना तो भरोसा है,
यमलोक की समस्या के समाधान का इंतजाम कर ही दूंगा
इतना विश्वास तो खुद पर भी है
धरती की हर समस्या का समाधान जब
जुगाड़ से हो रहा है
तब यमराज और यमलोक की समस्या का जुगाड़
कौन सा बड़ा कठिन काम है।
वैसे भी आजकल धरती पर
हर समस्या का हल जुगाड़ से निकल रहा
तभी तो धरती का माहौल बदल रहा है
मोदी है तो सब मुमकिन है का नारा
विदेशों में भी यूं ही तो नहीं गूँज रहा है।
मैं भी तो मोदी योगी टीम का अदृश्य सिपाही हूं,
आप खुद देखिए क्या मैं ग़लत कह रहा हूं
मिट्टी में मिला दूंगा कहने भर से
अच्छे अच्छों का खेल भी नहीं
नींद और खाना भी खराब हो रहा है
मेरी जिम्मेदारियों का भी बोझ बढ़ रहा है
सही मायनों में मोदी योगी से ज्यादा मेरा काम बढ़ रहा है
अपने लिए सलाहकार नियुक्त करने का विचार
अब तो मेरे मन में भी आ रहा है।
यमराज और यमलोक की चिंता से
मेरा भी खाना और नींद का सत्यानाश हो रहा है
यमराज की गुहार पर मोदी योगी की तरह
कुछ विशेष करने का ताना बाना
मेरे खुराफाती दिमाग में आ रहा है।
यमलोक की अपराधी आत्माओं के
खात्मे का खाका मेरे दिमाग में चल रहा है,
धरती पर न सही यमलोक में ही सही
अपने नाम की धूम मचाने का अब मेरे मन भी
एक फूलप्रूफ प्लान चल रहा है
मोदी योगी ही तो अकेले सूरमा नहीं हैं
मेरे नाम का खौफ यमलोक की फिजां में तैरने लगा है
मेरे स्वागत का वहां इंतजाम होने लगा है।
मेरा नाम यमलोक के इतिहास में लिखे जाने का संविधान में प्रावधान हो रहा है,
यमलोक में शांति का वातावरण
मेरे नाम की आड़ में जो बन रहा है,
यमराज की परेशानी का हल जो निकल रहा है
यमराज के चेहरे पर सूकून का अहसास जो दिख रहा है,
यमराज अब तो अपना शिष्य बनने जा रहा है
यमलोक में बस मेरा ही नाम गूंजने लगा है
आखिर मेरा फुलप्रूफ प्लान कामयाब जो होने लगा है,
यमराज मेरे पास यूं ही दौड़कर थोड़े ही रहा है
उसकी हर समस्या का हल मुझसे
चुटकियों में मिल जो रहा है,
तभी तो वो मुझे अपना गुरु मानने लगा है।
सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा, उत्तर प्रदेश
©मौलिक स्वरचित