मैं मन की भावनाओं के मुताबिक शब्द चुनती हूँ
मैं मन की भावनाओं के मुताबिक शब्द चुनती हूँ
उन्हें मैं ढाल कर छंदों में इक संसार बुनती हूँ
डुबा देती हूँ खुद को इस कदर मैं भाव गंगा में
कि उनको बाँधकर सुर में सुनाती और सुनती हूँ
डॉ अर्चना गुप्ता
02.05.2024