मैं तो मौज में हूँ।
1. “मैं तो मौज में हूँ
हवाओं से कहो
जिधर चलें
उधर मै भी चल दूँ।”
बृन्दावन बैरागी “कृष्णा”
2.क्यूँ छुपाऊँ में अपनी कमियां जमाने से।
आज नही तो कल ये वक्त बता ही देगा सबको।
बृन्दावन बैरागी”कृष्णा”
1. “मैं तो मौज में हूँ
हवाओं से कहो
जिधर चलें
उधर मै भी चल दूँ।”
बृन्दावन बैरागी “कृष्णा”
2.क्यूँ छुपाऊँ में अपनी कमियां जमाने से।
आज नही तो कल ये वक्त बता ही देगा सबको।
बृन्दावन बैरागी”कृष्णा”