मैं तो निकला था,
मैं तो निकला था,
किसी एक की तलाश में ।
पर,मुकद्दर ने तो,
हमारे लिए महफिलें ही सजा दी ।।
सोचा था कि आपमें से ही
किसी एक को अपना अफसाना बना लूँगा ।
पर, हमारी मुकद्दर ने तो,
आपसभी को मेरा दिवाना बना दिया ।।
लेखक – मनमोहन कृष्ण
तारीख – 01/05/2020
समय – 06:07 ( शाम )