“मैं तैयार था, मगर वो राजी नहीं थी ll
“मैं तैयार था, मगर वो राजी नहीं थी ll
मेने इंतजार किया, जल्दबाजी नहीं की ll
उसके सारे नखरे उठा रहा हूँ,
बड़ी आई शहजादी कहीं की ll
प्यार में धेर्य और इंतजार जरूरी है,
यह कहने वाली मेरी दादी सहीं थी ll
दिल को दिल की करने दिया,
दिमाग ने दखलंदाजी नहीं की ll
न शर्तें, न बंधन हैं हमारे दरमियान,
हमने प्रेम किया, सौदेबाजी नहीं की ll”