Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2022 · 1 min read

मैं तुम हम होंगे

*** मैं तुम हम होंगें ***
*******************

मैं तुम जब भी हम होंगे,
बाकी से ना कम होंगें।

कैसा होगा वो लम्हा,
बातों में तब रम होंगे।

वो हंसीं होगी घटना,
तेरे मेरे गम होंगें।

दौड़ेगी जीवन गाड़ी,
घबराये भी यम होंगें।

मनसीरत सबका साथी,
हम करने में छम होंगें।
******************
सुखविन्द्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
78 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सृजन तेरी कवितायें
सृजन तेरी कवितायें
Satish Srijan
नववर्ष।
नववर्ष।
Manisha Manjari
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत  का खौफ।
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत का खौफ।
Ashwini sharma
आज़ के पिता
आज़ के पिता
Sonam Puneet Dubey
राम का चिंतन
राम का चिंतन
Shashi Mahajan
World Hypertension Day
World Hypertension Day
Tushar Jagawat
कलियुग में सतयुगी वचन लगभग अप्रासंगिक होते हैं।
कलियुग में सतयुगी वचन लगभग अप्रासंगिक होते हैं।
*प्रणय*
चाय - दोस्ती
चाय - दोस्ती
Kanchan Khanna
"तुम्हें कितना मैं चाहूँ , यह कैसे मैं बताऊँ ,
Neeraj kumar Soni
वास्तविकता से परिचित करा दी गई है
वास्तविकता से परिचित करा दी गई है
Keshav kishor Kumar
3298.*पूर्णिका*
3298.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
धर्म या धन्धा ?
धर्म या धन्धा ?
SURYA PRAKASH SHARMA
राहें  आसान  नहीं  है।
राहें आसान नहीं है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*सच कहने में सौ-सौ घाटे, नहीं हाथ कुछ आता है (हिंदी गजल)*
*सच कहने में सौ-सौ घाटे, नहीं हाथ कुछ आता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
* नाम रुकने का नहीं *
* नाम रुकने का नहीं *
surenderpal vaidya
"हां, गिरके नई शुरुआत चाहता हूँ ll
पूर्वार्थ
ये दुनिया भी हमें क्या ख़ूब जानती है,
ये दुनिया भी हमें क्या ख़ूब जानती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लहर लहर लहराना है
लहर लहर लहराना है
Madhuri mahakash
मैं तुम्हें यूँ ही
मैं तुम्हें यूँ ही
हिमांशु Kulshrestha
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
Rajendra Kushwaha
कठिन समय रहता नहीं
कठिन समय रहता नहीं
Atul "Krishn"
"गुल्लक"
Dr. Kishan tandon kranti
भारत का सामार्थ्य जब भी हारा
भारत का सामार्थ्य जब भी हारा
©️ दामिनी नारायण सिंह
माँ
माँ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ऐ मेरी जिंदगी
ऐ मेरी जिंदगी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
गांधी और गोडसे में तुम लोग किसे चुनोगे?
Shekhar Chandra Mitra
अहंकार
अहंकार
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...