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13 Dec 2020 · 1 min read

मैं गीतों में डूब गया हूँ

मैं गीतों में डूब गया हूँ

नहीं उबरना है मुझको अब
मैं गीतों में डूब गया हूँ।

दुनियादारी के खटपट में।
पैसे – कौड़ी के झंझट में।
जन्मदिवस के उत्सव देखे
शव देखे मैंने मरघट में।

रास न आई मुझको दुनिया-
इन सबसे अब ऊब गया हूँ।
मैं गीतों में डूब गया हूँ।।

छन्दों के मैं दुष्कर पथ पर।
चढ़ भावों के ऊँचे रथ पर।
पहुँच रहा हूँ धीरे – धीरे
गीतों के संदर्भित अथ पर।

भाव-शिल्प के पक्ष जानने-
काव्य सभा में खूब गया हूँ।
मैं गीतों में डूब गया हूँ।।

उलझा हूँ लय-गति-छन्दों में।
भाव – शिल्प वाले द्वन्दों में।
स्वलेेेखनी भी अटक गई है
दुष्कर गीतों के बंधों में।

प्रीत लगाकर गीतों से मैं-
भूल तुझे महबूब गया हूँ।
मैं गीतों में डूब गया हूँ।।
०००

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Comment · 348 Views

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