मैं इश्क करने आया हूँ ।
इसारा कर ऐ जिंदगी, मैं कुर्बान होने आया हूँ ।
नफरत भरे दिल में, वफ़ा का तोहफ़ा लाया हूँ ।
भुला सके तो भुला मुझे, मैं गुमराह होने आया हूँ ।
पत्थरों के जमाने में, मैं शीशे का दिल लाया हूँ ।
ये एकतरफा ही सही, मैं इश्क करने आया हूँ ।
एक तेरी ही खातिर मैं, दुनिया छोड़ आया हूँ ।
मैं इश्क करने आया हूँ
मैं इश्क करने आया हूँ