मैं इतिहास बनाऊंगा
व्यंग्य
मैं इतिहास बनाऊंगा
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आप महानुभावों से एक अदद अपील करता हूं
सभी दाता धर्मियों से इतनी फरियाद करता हूं,
मेरी बात मोदी, शाह, नड्डा तक पहुंचा दो
मुझे भी सी बी आई, ई डी का सम्मन भिजवा दो,
मेरी बहुद्देशीय बंगलों पर छापे डलवा लो
मेरे पुरखों की कब्र तक खुदवाकर सबूत निकलवा दो
कुछ नहीं तो मुझसे पूछताछ ही करवा दो।
जैसे भी हो मुझ पर भ्रष्टाचार के आरोप ही लगवाए दो।
इससे मुझे अनेकानेक लाभ मिल जाएगा
जेल जाने का मेरा सपना पूरा हो जायेगा,
जनमानस में मेरा भी भौकाल बढ़ जायेगा
टी वी, अखबार में मेरे नाम का चर्चा हो जायेगा।
चैनलों को डिबेट के लिए नया मसाला मिल जायेगा
देश में मेरा भी नाम सुर्खियों में छा जायेगा।
मैं विरोध न करुंगा, विरोध प्रदर्शन भी न कराऊंगा।
सरकार और संस्थाओं पर आरोप भी नहीं लगाऊंगा।
बस सहयोग का वादा नहीं निभाऊंगा
एक भी सच बात भर नहीं बताऊंगा
भले ही तिहाड़ पहुंचा दिया जाऊंगा।
किसी पार्टी से टिकट का टांका भिड़ाऊंगा
सौ पचास करोड़ चंदा भिजवाऊंगा
बात बन गई तो ठीक है, वरना कोई बात नहीं
जेल से निर्दल ही चुनाव लड़ जाऊंगा।
सांसद विधायक जो भी बन जाऊंगा
समर्थन की बोली लगाऊंगा
बिना पार्टी वाली सरकार बनाऊंगा
जांच एजेंसियों को उंगलियों पर नचाऊंगा,
नया इतिहास मैं बनाऊंगा।
सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश
© मौलिक स्वरचित