मैंने तुझे भुला दिया………..
मैंने तुझे भुला दिया……………
आँखों ने तेरी तस्वीर न भुलाई,
तुझेसे मिलाकर लगी शमशीर न भुलाई,
मगर मैंने तुझे भुला दिया………
दिल तेरे नाम की धड़कन आज भी लेता हैं,
धड़कन के हर पल को तेरा नाम देता है,
दिल को तो कुछ होता नहीं,
मगर मेरी आँखों को हर दम रुला दिया,
इसीलिए मैंने तुझे भुला दिया…….
इक ख्वाब मुझे बहुत सताता है,
जिसमे तेरा वो प्यार नज़र आता है,
ये ख्वाब न आये हमको,
इसलिए नींद को भुला दिया,
तेरे ख्वाबो से परेशां होकर,
‘साहिब’ ने तुझे भुला दिया………