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18 May 2024 · 1 min read

मैंने कब कहा था

तुझसे मुझे प्यार है
मैंने कब कहा था
तू ही मेरा यार है
मैंने कब कहा था…
(१)
पलभर साथ कर ली तो
इजरार समझ बैठा
हंसकर बात कर ली तो
इकरार समझ बैठा
तेरा इंतज़ार है
मैंने कब कहा था…
(२)
मुझे नींद नहीं आती
कहीं चैन नहीं मिलता
जब तक तुझे न देख लूं
खाना-पीना नहीं रुचता
ये दिल बेकरार है
मैंने कब कहा था…
(३)
तू नहीं मिला तो मैं
जीते जी मर जाऊंगी
पढाई चाहे नौकरी
कुछ नहीं कर पाऊंगी
तुझसे ही संसार है
मैंने कब कहा था…
(४)
ये मेरा रूप-मेरा यौवन
रंगीन बहारों का उपवन
ये ऊंचे पर्वत-गहरा सागर
कुदरत का खुला आंगन
तुझसे सब गुलज़ार है
मैंने कब कहा था…
#geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#दर्द_भरा_गीत #कसक #हूक
#mydreamoflife #तनहाई
#प्रेमी #टीस #वेदना #उदासी
#पीड़ा #sadsongs #love
#प्रेमिका #एकतरफा_प्यार

Language: Hindi
Tag: गीत
20 Views
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