#मैं क्यों रूकूँ
राहों में जो चल पडा़ हूँ,अब मैं क्यों रूकूँ।
कारवाँ तो अब ये मेरा बस यूँ ही बढ़ता जाऐगा।
किसी के सामने भला मैं क्यों झुकूँ।।
– एन.एन.महतो”अल्फ़ाज़ी”
27/June/2021
All copyright:-Nagendra Nath Mahto”alfaazi”