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3 Apr 2022 · 1 min read

मेवाती दोहे

हालत अपणी मेवात का, जासू बदले नाए

जो चौर हटे तो डांकू बैठे , लूट लूट के खाए।

हालत अपणी मेवात का, जासू बदले नाए

जो चौर हटे तो डांकू बैठे , लूट लूट के खाए।

डांकू हटे तो वासु पीछे , आके बैठे डांकी।

हम जिंदाबाद करें रौजीना, रोज निकालें झांकी।

हम भी या का दोषी हैं, कस लू दैवें दौष।

कुछ बिक जावें बिरयानी में, जिन्ने नाहै होश ।

ना तो ढंग की सेड़क बीरा , ना ढंग की स्कूल।

बस मिली सेल्फी नैता संग , गया खुशी में फूल।

मेडिकल की भाई सुविधा , बिल्कुल अच्छी नाएं,

ताव चढ़ें तो वा में भी , दिल्ली तौड़ी जाएं।

Language: Hindi
1428 Views
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