मेरे साथ चलता नही
मंज़िल पर मिलने वाले बहुत है यहाँ
क्यो कोई रास्तो पर नही मिलता
धूप भी इतनी तेज है तेरे शहर मे,
मेरा साया भी मेरे साथ चलता नही ||
© शिवदत्त श्रोत्रिय
मंज़िल पर मिलने वाले बहुत है यहाँ
क्यो कोई रास्तो पर नही मिलता
धूप भी इतनी तेज है तेरे शहर मे,
मेरा साया भी मेरे साथ चलता नही ||
© शिवदत्त श्रोत्रिय