मेरे साथी _____अपनी कमाई__मुक्तक
मुक्तक____ मेरे साथी__ (१)
मेरे हाथों में दे दे हाथ, तेरा मैं साथ निभाऊंगा।
चाहोगी जैसा जैसा तुम,वही मैं करता जाऊंगा।।
किया है प्यार ,किया है प्यार, न करना तुम इंकार।
मेरे साथी बिना तेरे, नहीं मैं जी नहीं पाऊंगा।।
मुक्तक _____अपनी कमाई __(२)
मेरे जीवन की बगिया में, महक तुझसे ही आई।
महकती ही रहे यह तो ,जोड़ी तो रब ने बनाई।।
महक यह कम न हो पाए, जहां तक जीवन यह जाए।
सींचेंगे दोनों ही मिलके,यही है अपनी कमाई।।
राजेश व्यास अनुनय