मेरे श्याम
हाथ जोड विनंती करु शरण म थाकी लीज़ो
कृपा राखीयों सदा थाकी समय रहै किसौ।
सुख दुख री चिंता नहीं सारी थारी माया है
रूंह तने समर्पण है बाकी माटी री काया है
श्याम श्याम म भजु बिन थारे सब सूना
श्याम नाम की गुंज ही सदा मैं सूणा।
जय श्री श्याम ।??
सोनु सुगंध