Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Dec 2022 · 2 min read

मेरे प्यारे पापा

आपने हमेशा मेरी ख़ुशी का ख्याल रखा है।आज भी मै आपके लिए वही 17 -18 साल का एक लड़का हूँ जिसके सपने बहुत बड़े बड़े है और आपको पूरा भरोसा है मेरे सपने में की एक दिन मै सब कुछ कर लूंगा जितने भी सपने मैंने देखे है। आपने कभी मेरा हिम्मत टूटने नहीं दिया। आपने हमेशा मेरी इच्छा जानने की कोशिश की है और मैंने हमेशा आपसे अपने दिल की बात की है। हर कदम पर आपने मुझे सही गलत समझाया।आपने हमेशा मेरी हर बात को बहुत अच्छे से समझने की कोशिश की है और जहाँ मै गलत रहा वहां आपने मुझे सही भी किया। आपने हमेशा मुझे एक सफल लड़का ही माना और हमेशा हिम्मत देते रहे जीवन में कुछ बड़ा करने के लिए। जब जब असफलता का डर मेरे दिल में आया तब तब आपने मुझे प्रोत्साहित करने के लिए वो सब किया जो एक साधारण परिवार में रहने वाले के लिए मुश्किल होता है। आपने कभी मुझे किसी और से तुलना नहीं किया। मै एक अच्छा बेटा हूँ इसका एहसास हमेशा कराया है। आज भी अपने दिल की बात या फिर अपनी इच्छा आपको जब बताता हूँ तो उसे आप पूरा करने में लग जाते है। हम सभी भाई बड़े सौभाग्यशाली है की एक पिता के रूप में हमें बहुत अच्छे दोस्त मिले है। आपने हमें सभी हालत में हसना सिखाया है और किसी भी बड़े परेशानी में घबराना नहीं है ये आपने सिखाया। आपकी सभी बातें ऐसी है की हम लोगो को खुद के लिए परिवार के लिए समाज के लिए कुछ अच्छा करने की प्रेरणा मिलती रहती है। आपने हमेशा ईमानदारी के रास्ते पर चलना सिखाया और दुसरो को भी आपने हमेशा अच्छा ही सुझाव दिया है। आपकी ख़ुशी या फिर आपके चेहरे पर मुस्कान को ही मै अपनी सफलता मानता हूँ। मेरे लिए तो आप ही भगवान् है लेकिन मै आपके भगवान् से प्रार्थना करता हूँ की वो हमेशा आपकी हर इच्छा पूरी करे और आपको हमेशा खुश रखे।

आपका बड़ा बेटा
अमित कुमार

Language: Hindi
1 Like · 129 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अगीत कविता : मै क्या हूँ??
अगीत कविता : मै क्या हूँ??
Sushila joshi
عزت پر یوں آن پڑی تھی
عزت پر یوں آن پڑی تھی
अरशद रसूल बदायूंनी
प्रेम जीवन में सार
प्रेम जीवन में सार
Dr.sima
उत्तर
उत्तर
Dr.Priya Soni Khare
"गम का सूरज"
Dr. Kishan tandon kranti
त्योहारों का देश
त्योहारों का देश
surenderpal vaidya
मांँ
मांँ
Neelam Sharma
*सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)*
*सबसे सुंदर जग में अपना, तीर्थ अयोध्या धाम है (गीत)*
Ravi Prakash
"I'm someone who wouldn't mind spending all day alone.
पूर्वार्थ
श्री कृष्ण भजन
श्री कृष्ण भजन
Khaimsingh Saini
एकतरफा प्यार
एकतरफा प्यार
Shekhar Chandra Mitra
यह बात शायद हमें उतनी भी नहीं चौंकाती,
यह बात शायद हमें उतनी भी नहीं चौंकाती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दोहा
दोहा
Dinesh Kumar Gangwar
आंखें हमारी और दीदार आपका
आंखें हमारी और दीदार आपका
Surinder blackpen
आसमान तक पहुंचे हो धरती पर हो पांव
आसमान तक पहुंचे हो धरती पर हो पांव
नूरफातिमा खातून नूरी
.
.
NiYa
तेरा ही बसेरा
तेरा ही बसेरा
Pratibha Pandey
मैं नारी हूं, स्पर्श जानती हूं मैं
मैं नारी हूं, स्पर्श जानती हूं मैं
Pramila sultan
3086.*पूर्णिका*
3086.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
संघर्ष और निर्माण
संघर्ष और निर्माण
नेताम आर सी
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
Sahil Ahmad
Good morning
Good morning
Neeraj Agarwal
घर से निकालकर सड़क पर डाल देते हों
घर से निकालकर सड़क पर डाल देते हों
Keshav kishor Kumar
कभी खामोश रहता है, कभी आवाज बनता है,
कभी खामोश रहता है, कभी आवाज बनता है,
Rituraj shivem verma
एक दो गाना संस्कृत में
एक दो गाना संस्कृत में
मधुसूदन गौतम
संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम न
संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम न
ललकार भारद्वाज
बच्चों  का कोना  सिमट गया है।
बच्चों का कोना सिमट गया है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*विश्वकप की जीत - भावनाओं की जीत*
*विश्वकप की जीत - भावनाओं की जीत*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
नज़्म _मिट्टी और मार्बल का फर्क ।
नज़्म _मिट्टी और मार्बल का फर्क ।
Neelofar Khan
Loading...